केंद्र सरकार के हिस्से का 75 करोड़ नहीं मिलने से धीमी पड़ी चांठी-डोबरा पुल की गति में अब तेजी आने की उम्मीद जग गई है। राज्य सरकार ने पुल निर्माण को अपने स्तर से एक करोड़ जारी कर दिए हैं। जबकि अवशेष बजट को लेकर भी तीन-चार नवंबर को दिल्ली में होने वाली अधिकारियों की बैठक में निर्णय हो सकता है।
प्रतापनगर को जोड़ने के लिए बनाए जा रहे चांठी-डोबरा पुल का निर्माण 11 सालों से चल रहा है। पुल निर्माण पर करीब दो अरब रुपए खर्च हो चुके हैं, लेकिन निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया। एक-डेढ़ सालों से पुल का कार्य तेजी से किया जा रहा था। लेकिन केंद्र सरकार के ओर से अपने हिस्से का 75 करोड़ न देने के कारण वर्तमान में कार्य प्रभावित हो रहा था। पुल निर्माण कर रहे प्रिल वीकेजीए एमबीजेड के मजदूर 13 अक्तूबर से बजट की मांग को लेकर कार्यबहिष्कार पर थे।
जिलाधिकारी सोनिका ने बताया कि राज्य सरकार ने अपने स्तर से एक करोड़ की धनराशि निर्माण कार्य लिए जारी कर दिए हैं। अवशेष धनराशि को लेकर तीन-चार नवंबर को दिल्ली में केंद्र एवं राज्य सरकार के अधिकारियों की बैठक प्रस्तावित की गई है। चांठी-डोबरा पुल के प्रोजेक्ट मैनेजर केएस असवाल ने बताया कि एक करोड़ मिलने से 26 अक्तूबर से पुल निर्माण कार्य शुरू हो गया है।